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आजादी के लिए सब लड़े थे

 कैसे होगी विकास हालत है ऐसी।। आजादी के लिए सब लड़े थे मिलजुल कर हिंदू , मुस्लिम, ईसाई ,सिख, जैन और बौद्ध ब्राह्मण, क्षत्रीय ,वैश्य ,शूद्र ,शेख ,सैयद, एवं पठान SC , ST , BC , OC और OBC ।। मगर जब गाद्दी पर बैठने की समय आया एक ही जाति बैठकर वह सिर्फ अपना जाति, राज्य ,प्रांत व परिवार को ही विकास की ओर लेकर गया और कुर्सी को बचाए रखने के लिए  दूसरा जाती परिवार प्रांत को दूर रखकर उनके कमजोरियों एवं मजबूरियों से प्यार कर अपमान का पहाड़ खड़ा किया परिणाम निकला अलग-अलग होना एक दूसरे पर यकीन ना कर पाना  छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाना अतएव हालत है ऐसी कैसे होगी विकास ।।

क्यों थोपते हैं दक्षिण भारत के राज्यों पर हिन्दी ।

అటువంటి చావులు రావు ఎందుకో అని…..

आचार्य कोलकलूरि इनाक जी के साहित्य - मानवता महादेव (7702407621)

కోత కొడవళ్ళు.

అభివృద్ధికి మూలం చదువు.

సంతోషానికి సుఖానికి విద్యా మూలఆధారం. - మహదేవ్

बढ़ती जनसंख्या से समाज की समस्याओं में वृद्धि हो रही है- Mahadev.MCH

हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रसार में भारतीय एवं विदेशी संस्थाओं की भूमिका

दीया जला रहा हूँ आंधी में

ఒక్కసారైనా నీవే రావా!!

उच्च शिक्षा में नेतृत्व और प्रबंधन की भूमिका

बाहर जीत ,घर में हार

నన్ను ఎందుకు కన్నావు ?