विशेष रुप से प्रदर्शित पोस्ट
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
क्या हम जो चाहते हैं वही सपने आते
हैं ?
“मुझे हर दिन कुछ न कुछ सपने आते ही
रहते हैं| आप को सरल हिन्दी भाषा में बताने कि कोशिश करूंगी” – लेखिका
आज का @ अधूरा सपना
क्या बताऊँ तुम्हें! क्यूँ कि मुझे
एक ही घटना याद है|
किसी की शादी हो चुकी हैं| लेकिन दूल्हे
के शरीर में एक आत्मा घुसी है!
सब को पता चला हैं कि उस दूल्हे के
शरीर में आत्मा पहुँच चुकी हैं -
वह दूल्हा बेहोश हो चुका है, उस शरीर
से आत्मा को बहार निकालने के लिए हमारे खेत के पास कुमकुम और हल्दी से कुछ यज्ञ / पूजा
शुरू किए हैं|
बस, इतना ही मैं नींद से बाहर आई, इस
तरह शैतान / आत्मा के सपने और कितने दिन
परेशान करेंगे मुझे ? जो भी होगा देखा जाएगा ;
पात्र : गीता
टंकण कार्य : मणि
टिप्पणियाँ