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आजादी के लिए सब लड़े थे

 कैसे होगी विकास हालत है ऐसी।। आजादी के लिए सब लड़े थे मिलजुल कर हिंदू , मुस्लिम, ईसाई ,सिख, जैन और बौद्ध ब्राह्मण, क्षत्रीय ,वैश्य ,शूद्र ,शेख ,सैयद, एवं पठान SC , ST , BC , OC और OBC ।। मगर जब गाद्दी पर बैठने की समय आया एक ही जाति बैठकर वह सिर्फ अपना जाति, राज्य ,प्रांत व परिवार को ही विकास की ओर लेकर गया और कुर्सी को बचाए रखने के लिए  दूसरा जाती परिवार प्रांत को दूर रखकर उनके कमजोरियों एवं मजबूरियों से प्यार कर अपमान का पहाड़ खड़ा किया परिणाम निकला अलग-अलग होना एक दूसरे पर यकीन ना कर पाना  छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाना अतएव हालत है ऐसी कैसे होगी विकास ।।

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध (10 अंक, 10 वाक्य, बिंदुवार)

 

 * आदर्श विद्यार्थी वह है जो अनुशासन का पालन करता है और समय का सदुपयोग करता है।

 * वह अपने गुरुजनों का सम्मान करता है और उनके द्वारा दिए गए ज्ञान को ग्रहण करने के लिए सदैव तत्पर रहता है।

 * आदर्श विद्यार्थी केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहता, बल्कि वह खेल-कूद और अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भी भाग लेता है।

 * वह अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहता है और नियमित व्यायाम करता है।

 * आदर्श विद्यार्थी में ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और कर्तव्यपरायणता जैसे नैतिक गुण होते हैं।

 * वह अपने सहपाठियों के साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार करता है और उनकी सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहता है।

 * वह अपने माता-पिता और बड़ों की आज्ञा का पालन करता है और उनका सम्मान करता है।

 * आदर्श विद्यार्थी में सीखने की प्रबल इच्छा होती है और वह निरंतर अपने ज्ञान को बढ़ाता रहता है।

 * वह राष्ट्र और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझता है और एक जिम्मेदार नागरिक बनने का प्रयास करता है।

 * संक्षेप में, आदर्श विद्यार्थी वह है जो शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को भी अपनाता है और एक सफल, जिम्मेदार और अच्छा इंसान बनता है।

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