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आजादी के लिए सब लड़े थे

 कैसे होगी विकास हालत है ऐसी।। आजादी के लिए सब लड़े थे मिलजुल कर हिंदू , मुस्लिम, ईसाई ,सिख, जैन और बौद्ध ब्राह्मण, क्षत्रीय ,वैश्य ,शूद्र ,शेख ,सैयद, एवं पठान SC , ST , BC , OC और OBC ।। मगर जब गाद्दी पर बैठने की समय आया एक ही जाति बैठकर वह सिर्फ अपना जाति, राज्य ,प्रांत व परिवार को ही विकास की ओर लेकर गया और कुर्सी को बचाए रखने के लिए  दूसरा जाती परिवार प्रांत को दूर रखकर उनके कमजोरियों एवं मजबूरियों से प्यार कर अपमान का पहाड़ खड़ा किया परिणाम निकला अलग-अलग होना एक दूसरे पर यकीन ना कर पाना  छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाना अतएव हालत है ऐसी कैसे होगी विकास ।।

छुट्टी पत्र

 

Q. महालक्ष्मी विजयवाड़ा में रहती है। वह अपने माँ को देखने के लिए हैदराबाद जाना चाहती है। तथ्यों को आधार बनाकर प्रधानाध्यापक को पत्र लिखिए


सेवा में,

प्रधानाध्यापिका जी,

अदानी पब्लिक स्कूल,

अमरावती,

विजयवाड़ा।

विषय: माँ से मिलने के लिए छुट्टी हेतु आवेदन।

    महोदया,

       सविनय निवेदन है कि मैं, महालक्ष्मी, आपके विद्यालय की दसवीं कक्षा की छात्रा हूँ।

       मेरी माँ हैदराबाद में रहती हैं और उनकी तबीयत ठीक नहीं है। इस कारण मुझे उनसे मिलने के लिए तुरंत वहाँ जाना पड़ रहा है।

इस कारण, मैं 01-9-2025 से 6-9-2025 तक, कुल पांच दिनों के लिए विद्यालय आने में असमर्थ रहूँगी।

अतः, आपसे अनुरोध है कि कृपया मुझे उपरोक्त दिनों की छुट्टी प्रदान करने की कृपा करें।

आपकी इस कृपा के लिए मैं सदैव आभारी रहूँगी।

        सधन्यवाद।

आपकी आज्ञाकारी छात्रा,

महालक्ष्मी,

दसवीं कक्ष,

क्रम संख्या 4,

अदानी पब्लिक स्कूल ,

बोयरेड्डी पल्ली।


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