पाठ योजना
कक्षा: 7वीं
विषय: हिंदी
पाठ: हमको ज्ञान दीजिए (कविता)
धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए आवश्यक कालांशों की संख्या: 4-5 कालांश (यह पर्याप्त दोहराव, अभ्यास और व्यक्तिगत ध्यान सुनिश्चित करेगा)
1. सीखने के उद्देश्य (Learning Objectives):
इस पाठ के अंत तक, छात्र सक्षम होंगे:
* संज्ञानात्मक (Cognitive):
* कविता "हमको ज्ञान दीजिए" का सही उच्चारण के साथ सस्वर पाठ करना।
* कविता में आए नए और कठिन शब्दों के अर्थ समझना।
* कविता का केंद्रीय भाव (ईश्वर से ज्ञान, शक्ति और सद्गुणों की प्रार्थना) समझना।
* कविता से संबंधित सरल प्रश्नों के उत्तर देना।
* भावात्मक (Affective):
* कविता के माध्यम से नैतिक मूल्यों और सद्गुणों (जैसे देशभक्ति, साहस, सत्यनिष्ठा) के महत्व को महसूस करना।
* ईश्वर के प्रति श्रद्धा और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना।
* मनोगत्यात्मक (Psychomotor):
* कविता का उचित लय और ताल के साथ पाठ करना।
* कविता के भावों को व्यक्त करने के लिए उचित शारीरिक हाव-भाव का उपयोग करना।
* कविता की पंक्तियों को सही वर्तनी के साथ लिखना।
2. मुख्य दक्षताएँ (Key Competencies):
* संचार (Communication): सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना।
* भावनात्मक और सामाजिक दक्षता (Emotional and Social Competence): नैतिक मूल्यों की समझ और आत्म-जागरूकता।
* आलोचनात्मक सोच (Critical Thinking): कविता के अर्थ और निहितार्थों को समझना।
* रचनात्मकता (Creativity): कविता के भावों को अभिव्यक्त करना।
* मूल्यों का आत्मसातीकरण (Inculcation of Values): देशभक्ति, सच्चाई, सेवा आदि मूल्यों को अपनाना।
3. प्रस्तावना (Set Induction - Hook):
* गतिविधि: "चित्रों के माध्यम से सोचो" (चित्रों से विचार)।
* शिक्षक कुछ चित्र दिखाएंगे जो ज्ञान, प्रकृति, सेवा, या किसी प्रार्थना से संबंधित हों (उदाहरण के लिए, ज्ञान की देवी सरस्वती का चित्र, कोई व्यक्ति पढ़ाई करते हुए, कोई व्यक्ति दूसरों की मदद करते हुए, सूर्योदय का दृश्य)।
* छात्रों से इन चित्रों के बारे में पूछें, "आपको इन चित्रों में क्या दिख रहा है?" या "इन चित्रों को देखकर आपको कैसा लग रहा है?"
* धीरे-धीरे चर्चा को प्रार्थना या ईश्वर से कुछ मांगने की ओर ले जाएं।
* समय: 7-10 मिनट
* उद्देश्य: छात्रों की रुचि जगाना, पाठ के विषय से जोड़ना और पूर्व ज्ञान को सक्रिय करना।
4. पाठ गतिविधियाँ (Lesson Activities):
(यह खंड 4-5 कालांशों में फैला रहेगा)
कालांश 1: कविता परिचय और सस्वर पाठ
* गतिविधि 1: आदर्श सस्वर पाठ (आदर्श वाचन)
* शिक्षक कविता का स्पष्ट उच्चारण, उचित विराम और भाव के साथ सस्वर पाठ करेंगे।
* छात्र ध्यान से सुनेंगे और मन ही मन दोहराने का प्रयास करेंगे।
* गतिविधि 2: शिक्षक के साथ सस्वर पाठ (शिक्षक के साथ वाचन)
* छात्र पूरी कक्षा के रूप में शिक्षक के साथ-साथ कविता का पाठ करेंगे, पंक्ति-दर-पंक्ति दोहराते हुए।
* धीमे सीखने वालों के लिए: उन्हें छोटी-छोटी पंक्तियों को दोहराने के लिए प्रोत्साहित करें, और यदि आवश्यक हो तो व्यक्तिगत रूप से सहायता दें।
* गतिविधि 3: कठिन शब्द पहचान (कठिन शब्द पहचानना)
* कविता में आए कुछ मुख्य कठिन शब्दों को श्यामपट्ट पर लिखें (जैसे: ज्ञान, शौर्य, साहस, सत्यनिष्ठा, सेवा, पवित्रता)।
* छात्रों से उन्हें पहचानने और दोहराने के लिए कहें।
कालांश 2: शब्दार्थ और भावार्थ का स्पष्टीकरण
* गतिविधि 1: शब्द-अर्थ मिलान (शब्द-अर्थ मिलाना)
* श्यामपट्ट पर एक तरफ शब्द और दूसरी तरफ उनके अर्थ लिखें (मिश्रित क्रम में)। छात्रों से उन्हें सही ढंग से मिलाने के लिए कहें।
* उदाहरण: ज्ञान - जानकारी, शौर्य - बहादुरी, साहस - हिम्मत, सत्यनिष्ठा - सच्चाई।
* गतिविधि 2: भावार्थ चर्चा (भावार्थ पर चर्चा)
* शिक्षक कविता की प्रत्येक पंक्ति या पद का सरल हिंदी में अर्थ समझाएंगे।
* छात्रों को प्रश्न पूछने और अपनी समझ व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें।
* धीमे सीखने वालों के लिए: सरल भाषा का प्रयोग करें, दृश्य सहायता (जैसे संबंधित चित्र) का उपयोग करें, और मुख्य विचारों को बार-बार दोहराएं। प्रत्येक पंक्ति के मुख्य विचार पर ध्यान केंद्रित करें।
* गतिविधि 3: रिक्त स्थान भरो (Fill in the blanks)
* कविता की कुछ पंक्तियों को अधूरे रूप में दें और छात्रों से उन्हें सही शब्द से पूरा करने के लिए कहें।
कालांश 3: कविता का केंद्रीय भाव और मूल्य
* गतिविधि 1: केंद्रीय भाव की चर्चा (मुख्य विचार पर चर्चा)
* शिक्षक छात्रों से पूछेंगे कि कविता हमें क्या सिखाती है? हम ईश्वर से क्या प्रार्थना कर रहे हैं?
* चर्चा को देशभक्ति, सेवा, सच्चाई, साहस, और ज्ञान जैसे नैतिक मूल्यों की ओर ले जाएं जो कविता में निहित हैं।
* गतिविधि 2: "मूल्य चक्र" (Value Circle)
* श्यामपट्ट पर एक बड़ा वृत्त बनाएं और उसके केंद्र में "ज्ञान दीजिए" लिखें। वृत्त के चारों ओर उन गुणों को लिखें जिनकी प्रार्थना कविता में की गई है (जैसे: ज्ञान, शौर्य, साहस, सत्यनिष्ठा, प्रेम, सेवा)।
* छात्रों से इन गुणों के बारे में चर्चा करने और उनके महत्व को समझाने के लिए कहें।
* धीमे सीखने वालों के लिए: शिक्षक स्वयं कुछ गुणों का सरल शब्दों में महत्व बताएं और छात्रों से केवल दोहराने के लिए कहें।
* गतिविधि 3: प्रश्नोत्तर (प्रश्न-उत्तर सत्र)
* कविता पर आधारित कुछ सरल प्रश्न पूछें (जैसे: हम ईश्वर से क्या-क्या मांग रहे हैं? ज्ञान क्यों ज़रूरी है?)।
कालांश 4: कविता लेखन अभ्यास और रचनात्मक अभिव्यक्ति
* गतिविधि 1: कविता की पंक्तियों को पूरा करना (पंक्तियाँ पूरी करना)
* कविता की कुछ पंक्तियों की शुरुआत दें और छात्रों से उन्हें अपनी स्मृति से पूरा करने के लिए कहें।
* गतिगति 2: चित्र बनाओ और लिखो (चित्र बनाओ और लिखो)
* छात्रों से कविता के किसी एक भाग या भावना को दर्शाने वाला चित्र बनाने और उसके नीचे कविता की एक संबंधित पंक्ति लिखने के लिए कहें।
* धीमे सीखने वालों के लिए: उन्हें केवल एक चित्र बनाने या कविता की एक पंक्ति को कॉपी करने के लिए कहें।
* गतिविधि 3: समूह में सस्वर पाठ (समूह में वाचन)
* छात्रों को छोटे-छोटे समूहों में विभाजित करें और प्रत्येक समूह को कविता के एक पद का सस्वर पाठ करने के लिए कहें। यह समूह कार्य धीमे सीखने वालों को सहपाठियों के साथ आत्मविश्वास से भाग लेने में मदद करेगा।
5. शिक्षण विधियाँ (Pedagogical Approaches):
* प्रत्यक्ष विधि (Direct Method): हिंदी में संवाद और स्पष्टीकरण का अधिक से अधिक उपयोग।
* संप्रेषणपरक भाषा शिक्षण (Communicative Language Teaching - CLT): छात्रों को कविता के माध्यम से अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करना।
* टी.पी.आर. (Total Physical Response - TPR): यदि संभव हो तो कविता के भावों के अनुसार शारीरिक हाव-भाव का उपयोग करना।
* भूमिका निर्वहन (Role Play): यदि कविता में कोई संवाद हो तो उसका अभिनय करवाना (इस कविता में कम प्रासंगिक)।
* दृश्य-श्रव्य विधि (Audio-Visual Method): चित्रों, चार्ट और यदि संभव हो तो कविता के ऑडियो/वीडियो का उपयोग करना।
* सहयोगात्मक अधिगम (Collaborative Learning): समूह गतिविधियों और जोड़े में काम करने को बढ़ावा देना।
* विभेदित निर्देश (Differentiated Instruction): धीमे सीखने वाले छात्रों के लिए सरल कार्य, अधिक दोहराव, व्यक्तिगत ध्यान और अतिरिक्त सहायता प्रदान करना।
* दोहराव और अभ्यास (Repetition and Practice): नए शब्दों और वाक्यांशों को याद रखने के लिए बार-बार अभ्यास करवाना।
6. उपयोग किए गए शिक्षण उपकरण (Learning Tools Used):
* श्यामपट्ट / व्हाइटबोर्ड
* कविता का चार्ट / बड़ा प्रिंट
* शब्दार्थ के लिए फ्लैशकार्ड
* संबंधित चित्र / पोस्टर
* वर्कशीट (शब्दार्थ, रिक्त स्थान भरो, प्रश्नोत्तर)
* रंग और ड्राइंग पेपर
* ऑडियो/वीडियो प्लेयर (यदि कविता का ऑडियो/वीडियो उपलब्ध हो)
7. सीखने के परिणाम की रणनीतियाँ (Learning Outcomes Strategies - मूल्यांकन कैसे करें):
* अवलोकन: गतिविधियों के दौरान छात्रों की भागीदारी, उत्साह और हिंदी में बोलने के प्रयासों का अवलोकन करें।
* मौखिक प्रतिक्रियाएँ: छात्र कविता से संबंधित सरल प्रश्नों का उत्तर दे पा रहे हैं या नहीं? क्या वे कविता का पाठ कर पा रहे हैं?
* लिखित प्रतिक्रियाएँ: क्या छात्र वर्कशीट पर दिए गए कार्यों को सही ढंग से पूरा कर पा रहे हैं?
* उच्चारण: क्या छात्र शब्दों का सही उच्चारण करने का प्रयास कर रहे हैं?
* मूल्यों की समझ: क्या छात्र कविता में निहित नैतिक मूल्यों को समझ पा रहे हैं और व्यक्त कर पा रहे हैं?
8. कक्षा कार्य (CW) नियत (Assigned):
* कालांश 1: कविता के 5 नए शब्द अर्थ सहित लिखें।
* कालांश 2: कविता के किसी एक पद का भावार्थ अपनी कॉपी में लिखें।
* कालांश 3: कविता पर आधारित 3 लघु प्रश्नोत्तर लिखें।
* कालांश 4: अपनी पसंद के किसी एक गुण (जैसे सत्यनिष्ठा या साहस) से संबंधित एक चित्र बनाएं और उसके बारे में एक वाक्य लिखें।
9. गृह कार्य (HW) नियत (Assigned):
* कालांश 1: कविता की पहली 4 पंक्तियाँ याद करके आएं।
* कालांश 2: कविता में आए किन्हीं 5 विशेषण शब्दों को छाँटकर लिखें।
* कालांश 3: अपने माता-पिता या बड़ों को कविता सुनाएं और उसका अर्थ समझाने का प्रयास करें।
* कालांश 4: अपनी कॉपी में 5 ऐसे काम लिखें जो आप दूसरों की भलाई के लिए कर सकते हैं।
10. मूल्यांकन (Assessment):
* रचनात्मक मूल्यांकन (Formative Assessment):
* अवलोकन: पाठ के दौरान छात्रों की सक्रिय भागीदारी, प्रश्नों के उत्तर देने के प्रयास और समूह कार्य का अवलोकन।
* मौखिक प्रश्नोत्तर: व्यक्तिगत रूप से छात्रों से कविता और उसके भावार्थ पर आधारित सरल प्रश्न पूछना।
* वर्कशीट जाँच: कक्षा कार्य और गृह कार्य की नियमित जाँच।
* सस्वर पाठ: छात्रों द्वारा कविता के सस्वर पाठ का अवलोकन (उच्चारण और लय पर ध्यान)।
* योगात्मक मूल्यांकन (Summative Assessment - अनौपचारिक):
* लघु मौखिक प्रस्तुति: प्रत्येक छात्र कविता के किसी एक पद का सस्वर पाठ करेगा और उसका सरल शब्दों में अर्थ बताएगा। (प्रयास, स्पष्टता और मुख्य विचार को शामिल करने पर आधारित एक साधारण रुब्रिक का उपयोग करें)।
* लघु लिखित परीक्षा: कविता से संबंधित शब्दार्थ, रिक्त स्थान भरो और 2-3 लघु प्रश्नों पर आधारित एक छोटी परीक्षा।
11. पुस्तक संदर्भ (Book Reference):
* आंध्र प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 7 की हिंदी पाठ्यपुस्तक: "हमको ज्ञान दीजिए" कविता वाला अध्याय। (अध्याय का नाम और पृष्ठ संख्या पाठ्यपुस्तक के संस्करण के अनुसार भिन्न हो सकते हैं)।
* शिक्षक द्वारा निर्मित सामग्री/वर्कशीट।
12. छात्र अवलोकन (Student Observation):
* गतिविधियों के दौरान: कौन से छात्र सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, किसे उच्चारण में परेशानी हो रही है, किसे व्यक्तिगत प्रेरणा की आवश्यकता है, और कौन आत्मविश्वास महसूस कर रहा है, इसका अवलोकन करें।
* समझ: क्या छात्र नए शब्दों और वाक्यांशों के अर्थ को समझ पा रहे हैं?
* भागीदारी: क्या छात्र पाठ में रुचि दिखा रहे हैं और प्रेरित हैं?
* सहकर्मी बातचीत: समूह गतिविधियों के दौरान छात्र एक-दूसरे के साथ कैसे बातचीत करते हैं?
* धीमे सीखने वालों के लिए विशिष्ट नोट्स: उन विशिष्ट क्षेत्रों की पहचान करें जहाँ वे संघर्ष करते हैं (जैसे शब्दावली याद रखना, वाक्य बनाना, उच्चारण) ताकि भविष्य में सहायता को अनुकूलित किया जा सके।
13. स्वयं के शिक्षण का अवलोकन (Own Teaching Observation):
* गति: क्या गति सभी शिक्षार्थियों, विशेष रूप से धीमे सीखने वालों के लिए उपयुक्त थी? क्या अभ्यास और दोहराव के लिए पर्याप्त समय था?
* स्पष्टता: क्या निर्देश स्पष्ट और समझने में आसान थे?
* जुड़ाव: क्या गतिविधियाँ छात्रों के लिए आकर्षक और प्रेरक थीं?
* विभेदीकरण: क्या धीमे सीखने वालों के लिए विभेदीकरण प्रभावी था? क्या समायोजन किए जा सकते हैं?
* समय प्रबंधन: क्या प्रत्येक गतिविधि के लिए आवंटित समय पर्याप्त था?
* शिक्षक बात करने का समय (Teacher Talk Time): क्या शिक्षक की बात और छात्र की बात के बीच संतुलन था?
* संसाधनों का उपयोग: क्या सीखने के उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग किया गया?
14. प्रयुक्त अभिनव शिक्षण उपकरण (Innovative Teaching Tool Used):
* डिजिटल कविता पठन (Digital Poetry Reading): शिक्षक कविता का एक ऑडियो रिकॉर्डिंग (अपनी आवाज में या किसी अन्य अच्छी आवाज में) या वीडियो (जिसमें कविता की पंक्तियाँ चलती हों) बना सकते हैं। इसे कक्षा में सुनाया जा सकता है, जिससे छात्र कविता की लय और प्रवाह को बेहतर ढंग से समझ सकें। धीमे सीखने वाले इसे घर पर भी बार-बार सुनकर अभ्यास कर सकते हैं।
* "गुणों का पेड़" (Tree of Virtues): कक्षा में एक बड़ा पेड़ बनाएं या चार्ट पर उसका चित्र लगाएं। प्रत्येक पत्ते पर कविता में उल्लिखित या उससे संबंधित एक गुण (जैसे: सत्य, शौर्य, ज्ञान, सेवा, प्रेम) लिखें। छात्र इन पत्तों को पेड़ पर चिपकाएंगे और उस गुण के महत्व के बारे में एक वाक्य हिंदी में बोलेंगे। यह गतिविधि दृश्य और सहयोगात्मक शिक्षा को बढ़ावा देती है।
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