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आजादी के लिए सब लड़े थे

 कैसे होगी विकास हालत है ऐसी।। आजादी के लिए सब लड़े थे मिलजुल कर हिंदू , मुस्लिम, ईसाई ,सिख, जैन और बौद्ध ब्राह्मण, क्षत्रीय ,वैश्य ,शूद्र ,शेख ,सैयद, एवं पठान SC , ST , BC , OC और OBC ।। मगर जब गाद्दी पर बैठने की समय आया एक ही जाति बैठकर वह सिर्फ अपना जाति, राज्य ,प्रांत व परिवार को ही विकास की ओर लेकर गया और कुर्सी को बचाए रखने के लिए  दूसरा जाती परिवार प्रांत को दूर रखकर उनके कमजोरियों एवं मजबूरियों से प्यार कर अपमान का पहाड़ खड़ा किया परिणाम निकला अलग-अलग होना एक दूसरे पर यकीन ना कर पाना  छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाना अतएव हालत है ऐसी कैसे होगी विकास ।।

स्वतंत्रता दिवस का भाषण

 आदरणीय मंच, मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि , प्रधानाध्यापक, साथी अध्यापक गण , अध्यापिका गण और प्रिय छात्रों सभी को शुभोदय और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ।

हम 78 व स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं। यह दिन हमारे लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन पूरा देश तिरंगा फहराकर और राष्ट्रगान गाकर अपने आजादी का जश्न मनाता है । साथ हम उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने 200 साल की ब्रिटिश शासन से देश को मुक्त करने के लिए अपने प्राणों को बलिदान दी। 

       अगर नेताजी सुभाष चंद्र बोस ,महात्मा गांधी , जवाहरलाल नेहरू, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक , सरदार वल्लभभाई पटेल , गोपाल कृष्ण गोखले, अल्लूरी सीतारामा राजू , झांसी लक्ष्मी बाई, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राजा राममोहन राय और गाडीचर्ला हरिसर्वोत्तम राव जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों का नेतृत्व और संकल्प ना होता तो शायद आज हम आजाद भारत वर्ष में सांस नहीं ले रहे होते। इसलिए इस दिन को गर्व और उल्लास के साथ मनाते हुए साथ ही मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्यों को भी याद करना चाहिए। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाएंगे एक ऐसा भारत जो समृद्ध शक्तिशाली और विश्व में सबसे आगे हो। यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने समाज और देश के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास करें और अपने जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाए ।


धन्यवाद


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