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मुहब्बत का अंज़ाम

 बेताबी बेचैनी को अपनाना  भीड़ में अकेला होना  अकेले में आँसू पीना  प्यार की गीतों में प्यारी नजर आना  निरुत्साह निराश में डुबे रहना  लड़कियों के प्रति नफ़रत होना  जोश मस्ती में मन नहीं लगना  आदि सभी लक्षण आ जाते हैं  अगर मुहब्बत में मन मूर्जाने तो  अतएव कम दिन के  जिंदगी को और जवानी को  प्रेम नामक अभिनय के खातिर  अपना न होने पराया के लिए  त्याग देना महान पाप है  इससे अच्छा  प्रेमनगर के द्वार को बंद करके  स्वर्गनगर के द्वार को  खोलना है उचित।।

कमी है इंसानियत ,ज्यादा है क्रुरता एवं लालच

 दुनिया में रक्षा करने वाला विभाग 

किसी को भी सजा दिलाने वाला विभाग 

तर्क के साथ मामला को निपटाने वाला विभाग 

किसी को भी दंड देने वाले विभाग 

समझौताओं से किसी भी समस्याओं को 

सुलझाने  वाले विभाग

किसी भी मामला की संबंधित ज़िद पर आने तो 

किसी तरह से भी उलझाने वाली विभाग 

अनुमानों से झूठ की सहारा से सच निकालने वाला विभाग

 किसी भी डील को वास्तविकता के रूप से नजर में लाने वाले विभाग 

सरकारी फैसलों को सही अंजाम देने वाले विभाग

तलवार की दुधार जैसे विभाग

हमेशा हिम्मत बहादुरी होशियारी दिखाने वाले विभाग

और नियंत्रण करने वाले विभाग.. 

वह है सिर्फ पुलिस विभाग।

बस, इस विभाग में कमी है इंसानियत ।।



संवेदनाओं से खेलने वाला विभाग

झूठे वादों से उम्मीद दिलाने वाला विभाग 

झूठा दिलासों  से चमत्कार दिखाने वाले विभाग

एक भलाई करके सैकड़ों बुराई करने वाले विभाग

भलाई को पब्लिसिटी करके

उनकी बुराई को कैसे चुप कराना जानने वाले विभाग 

अदालत फैसलों को कागजों पर पूरा करने वाले विभाग

एक अच्छे काम के लिए 

कई लोगों को बलिदान चढ़ाने वाले विभाग 

नादान लोगों से खेलने वाले विभाग

 दिमाग वालों को सदा साथ देने वाले विभाग 

दिलदारों को धमकिओं से जीतने वाले विभाग

जल्द ही मानसिक संतुलन खोने वाले विभाग

आमजनता के सामने गंभीर आवाज में ही 

बातचीत करने वाले विभाग 

अदालत के सामने निम्न स्तर आवाज में ही 

बात करने वाले विभाग 

खास दिन पहले जांच करके खर्च उठाने वाली विभाग

वह है सिर्फ पुलिस विभाग

बस, इसमें ज्यादा है क्रुरता एवं लालच ।।



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