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आजादी के लिए सब लड़े थे

 कैसे होगी विकास हालत है ऐसी।। आजादी के लिए सब लड़े थे मिलजुल कर हिंदू , मुस्लिम, ईसाई ,सिख, जैन और बौद्ध ब्राह्मण, क्षत्रीय ,वैश्य ,शूद्र ,शेख ,सैयद, एवं पठान SC , ST , BC , OC और OBC ।। मगर जब गाद्दी पर बैठने की समय आया एक ही जाति बैठकर वह सिर्फ अपना जाति, राज्य ,प्रांत व परिवार को ही विकास की ओर लेकर गया और कुर्सी को बचाए रखने के लिए  दूसरा जाती परिवार प्रांत को दूर रखकर उनके कमजोरियों एवं मजबूरियों से प्यार कर अपमान का पहाड़ खड़ा किया परिणाम निकला अलग-अलग होना एक दूसरे पर यकीन ना कर पाना  छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाना अतएव हालत है ऐसी कैसे होगी विकास ।।

इतना बुरे दिन नहीं आया

 नहीं देख पा रहा हूँ दिखाने वालियों की

तेरी क्या देखूँ 

अगर देखना है तो मेरे जैसे जवानों के लिए 

whatsapp में ,facebook में 

youtube में ,Google में 

कॉलेजों के बाहर एवं सड़कों पर

अंग-अंग को तरह-तरह की शैलियों में 

आधा ओढकर ,आधा खोलकर 

कभी-कभी हवा के सहारे 

पूरा दिखाने को योजना बनाकर 

पूरे दिन में पूरा दिखाने वालियों की 

देखने की आँख भर के 

समय नहीं है मेरा पास

तेरे लिए समय निकाल कर 

कैसे देख सकूँ 

और एक बात है 

मेरे जीवन में इतना बुरे दिन नहीं आया कि 

 दिखाने वालियों को, जवान लड़कियों को 

छोड़कर तुझे देखूँ 

अतिएव उड़ना मत।।

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