विशेष रुप से प्रदर्शित पोस्ट

सच है सनम

 सच है सनम सदा रही मन, तेरी सपनों में वैसे भी संपूर्ण नींद सोकर भी हुए बहुत साल  हर दिन सोना पडरहा है जबरदस्ती से  न जाने कितने सोचुं पर आशिक़ी सुनने तो देखने तो बोलने तो पढ़ने तो लिखने तो सनम तेरी कसम सिर्फ तुम ही याद आती हो न मिलोगी माने जानने के बावजूद तेरे फोटो देख कर मन को शांत कर देता हूँ ।।

क्या जरूरत थी। -रावण.MD

    आशा है सिर्फ तुझे पाने की 

और कोई इच्छा नहीं इस दीवाने की ।

   मेरी दिल की धड़कन ,जाने जिगर 

शिकायत तुमसे नहीं, उस रावण से ।

         क्या जरूरत थी ,

तुमसे वह मुलाकात करवाने की 

जो भूलने में ही जिंदगी काट रही है। 

                   रावण.MD



टिप्पणियाँ