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सच है सनम

 सच है सनम सदा रही मन, तेरी सपनों में वैसे भी संपूर्ण नींद सोकर भी हुए बहुत साल  हर दिन सोना पडरहा है जबरदस्ती से  न जाने कितने सोचुं पर आशिक़ी सुनने तो देखने तो बोलने तो पढ़ने तो लिखने तो सनम तेरी कसम सिर्फ तुम ही याद आती हो न मिलोगी माने जानने के बावजूद तेरे फोटो देख कर मन को शांत कर देता हूँ ।।

नहीं बंधना है - सरिता

      नहीं बंधना है
 
नहीं बंधना है 
उस बंधन में
जो
बैठी हुई जगह से
हिलने नहीं देता
खड़े हुई जगह से
चलने नहीं देता
साथियों के संघ
मिलने नहीं देता
मेरे प्यार को अपना
अधिकार समझता
नहीं बंधना है

नहीं दबना उस
मुठ्ठी में
नहीं तड़पना उस
बंधन में
नहीं बंधना है

नहीं बंधना है
उस बंधन में।
     
     - सरिता                          


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